उन्नति का विलोम शब्द ( अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग के साथ )

उन्नति का विलोम शब्द होता है = अवनति विलोम शब्द जानने के बाद आपको यह भी जरूर समझना चाहिए कि इन दोनों शब्द का अर्थ क्या होता है और इसका वाक्य में किस प्रकार से प्रयोग किया जाता है। हमने इस लेख में आपके लिए इन दोनों शब्दों के बहुत सारे उदाहरण वाक्य में प्रयोग …

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लाखों में एक होना मुहावरे का अर्थ एवं वाक्य प्रयोग

लाखों में एक होना मुहावरे का अर्थ = अनोखा इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को किसी दूसरे व्यक्ति की तारीफ करनी होती है या फिर उसकी प्रतिभा का वर्णन करना होता है। कई बार लोग ऐसे भी एक दूसरे की तारीफ करने के लिए या फिर यह दिखाने के लिए …

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कलई खुलना मुहावरे का अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग

कलई खुलना = भेद का खुलना इस मुहावरे का अर्थ राज का खुलना होता है। जब भी कोई व्यक्ति अपनी बात या फिर अपना रहस्य आसपास के लोगों से बहुत दिनों से छुपा रहा होता है और अंत में जब लोगों को उसकी सच्चाई के बारे में पता चल जाता है तब उस अवस्था को कलई …

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रहिमन धागा प्रेम का दोहे का अर्थ एवं व्याख्या

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय । टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय ।। दोहे की रचना करने वाले का नाम = रहीम रहिमन धागा प्रेम का दोहे का व्याख्या इस दोहे के माध्यम से रहीम कहना चाहते हैं कि हमें प्रेम के संबंध नहीं तोड़ना चाहिए क्योंकि एक बार ऐसा होने …

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रूठे सुजन मनाइए दोहे की व्याख्या ( रहीम के दोहे )

रूठे सुजन मनाइए, जो रूठे सौ बार। रहिमन फिरि-फिर पोहिए, टूटे मुक्ताहार॥ शब्दार्थ सुजन = अच्छे लोग पोहिए = जोड़िए इस दोहे की रचना करने वाले = रहीम रूठे सुजन मनाइए दोहे की व्याख्या यह दोहा रहीम द्वारा निर्मित है। इस दोहे के माध्यम से रहीम कहना चाहते हैं कि अगर आपके मित्र अथवा परिवार के लोग आपसे …

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प्रधानाचार्य को पत्र ( विभिन्न कारणों के लिए )

इस लेख में आप  विभिन्न कारणों के लिए प्रधानाचार्य को पत्र लिखना सीखेंगे। विद्यार्थी के सामने कई ऐसी परिस्थितियां आती है जब वह प्रधानाचार्य के नाम पत्र लिखना चाहता है। प्रधानाचार्य को किसी विषय के लिए सूचित करना चाहता है या अवकाश प्राप्त करना चाहता है। उन सभी विषयों को हमने पहचान करते हुए इस …

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आए महंत वसंत में कौन सा अलंकार है

आए महंत वसंत एक कविता है जिसकी रचना सर्वेश्वर दयाल सक्सेना द्वारा की गई है। इस पंक्ति में कौन सा अलंकार मौजूद है इसका ज्ञान हम आज के लेख में प्राप्त करेंगे। इसकी शुरुआती पंक्ति है मखमल के झूल पड़े हाथी-सा टीला…. और अंतिम पंक्ति है तरु तरु की ध्वजा उठी जय जय का है …

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चंद्रशेखर कौन सा समास है ( विश्लेषण सहित संपूर्ण जानकारी )

आज के इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि चंद्रशेखर कौन सा समास है एवं उस समास से जुड़ी पूरी जानकारी। चंद्रशेखर भगवान शिव को कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपने सिर पर चंद्रमा धारण किया हुआ है। चंद्रशेखर का अर्थ होता है सिर पर चंद्रमा का विराजमान होना। शब्दार्थ चंद्र = चंद्रमा, चांद शेखर …

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कस्तूरी कुंडल बसे दोहे का अर्थ एवं व्याख्या

कस्तूरी कुंडल बसे मृग ढ़ूँढ़ै बन माहि। ऐसे घटी-घटी राम हैं दुनिया जानत नाँहि॥ शब्दार्थ कस्तूरी = सुगन्धित द्रव्य कुंडली = नाभि बसे = बसना, रहना, व्याप्त बन – वन, जंगल घटी-घटी = कण-कण इस दोहे की रचना कबीर दास जी ने की है। कस्तूरी कुंडल बसे दोहे का व्याख्या इस दोहे के माध्यम से …

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अनेक शब्दों के लिए एक शब्द ( विशाल संग्रह )

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द का विशाल संग्रह इस लेख में संचित किया गया है। कहा जाता है कि शब्द में शक्ति है,जो बड़े से बड़े वाक्यों को एक छोटे से शब्द के माध्यम से कहा जा सकता है। आज हम अनेक शब्दों के लिए एक शब्द बनाना सीखेंगे और जानेंगे इसके महत्व और …

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