सर्वनाम की परिभाषा, भेद, और उदाहरण

आज के इस लेख में हम सर्वनाम की परिभाषा, भेद, और उदाहरण सहित विस्तार से अध्ययन करेंगे।

परिभाषा: जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं उन्हें हम सर्वनाम कहते हैं। इनका प्रयोग इसलिए किया जाता है ताकि संज्ञा शब्दों का वाक्य में बार-बार इस्तेमाल ना हो।

जैसे:- तुम, मैं, वह, यह, कौन, कोई इत्यादि शब्द।

आसान शब्दों में कहें तो संज्ञा की पुनरुक्ति को रोकने के लिए ही सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है।

सर्वनाम के भेद

सर्वनाम के 6 भेद होते हैं जिनके नाम है

१. पुरुषवाचक

२. निश्चयवाचक

३. अनिश्चयवाचक

४. संबंध वाचक

५. प्रश्नवाचक

६. निजवाचक

पुरुषवाचक सर्वनाम

परिभाषा:- जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति स्वयं अपने लिए या फिर सुनने वाले के लिए या किसी अन्य के लिए करता है तो वह पुरुषवाचक सर्वनाम होता है। 

पुरुषवाचक को एक और तरीके से समझा जा सकता है।

इसका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति या फिर लेखक स्वयं अपने लिए या सुनने वाले के लिए या फिर पढ़ने वाले के लिए इस्तेमाल करता है तो वहां पर पुरुषवाचक होता है।

इसके कुछ उदाहरण

१. मैं कल बंगाल जाऊंगा।

२. अगर हम चाहे तो कुछ भी कर सकते हैं।

३. मुझे मेरी किताब वापस कर दो।

४. हमारा एक ही कर्तव्य है दूसरों की मदद करना।

५. तुम से सुलझा हुआ व्यक्ति मैंने आज तक नहीं देखा।

६. तुम्हारी यह पुस्तक मेरे पास रह गई थी।

७. तुझे जो पुस्तक चाहिए पुस्तकालय से मिल जाएगी।

८. तुम अपना काम अच्छे से करो।

९. वह विद्यार्थी पढ़ने में बहुत बढ़िया है।

१०. उसने कल एक औरत की मदद की थी।

११. अगर उसने कल अच्छा काम किया होता तो आज उसके साथ अच्छा होता।

१२. इसने बार-बार एक ही गलती करी जिसके कारण आज उसे इतना नुकसान हुआ।

 

इसके भी तीन भेद होते हैं जिनके नाम हैं

१. उत्तम पुरुष वाचक

२. मध्यम पुरुष वाचक

३. अन्य पुरुष वाचक

संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अवश्य पढ़ें – पुरुषवाचक सर्वनाम की सम्पूर्ण जानकारी

निश्चयवाचक सर्वनाम

परिभाषा:- जिस सर्वनाम शब्द से हमें यह ज्ञात होता है कि किसी व्यक्ति, वस्तु आदि की और निश्चयपूर्वक संकेत किया जा रहा है तो वहां पर निश्चयवाचक सर्वनाम होता है।

इसके कुछ उदाहरण

१. वह व्यक्ति पूर्व दिशा की ओर प्रस्थान कर रहा है।

२. वे लोग भाग रहे हैं।

३. यह व्यक्ति बहुत ताकतवर है।

४. वह सबकी बात का मान रखता है।

5. वे लोग खुश हो रहे हैं।

6. यह एक सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी है।

निश्चयवाचक की पहचान कैसे होती है

ऊपर दिए गए सभी उदाहरण को ध्यान से पढ़ें तो आपको एक बात समझ में आएगी कि सभी वाक्यों में जो बोलने वाला व्यक्ति है वह अपने संकेत को लेकर निश्चय हैं और वह बिल्कुल निश्चित वस्तु की ओर इशारा कर रहा है जिसकी वजह से यहां पर निश्चयवाचक का प्रयोग हुआ है।

अगर आप संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो यह लेख पढ़ें – निश्चयवाचक सर्वनाम

 

अनिश्चयवाचक सर्वनाम

परिभाषा:- जो सर्वनाम शब्द किसी निश्चित व्यक्ति अथवा वस्तु का बोध न कराते हों उन्हें हम अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। 

इसमें कोई और कुछ जैसे सर्वनाम शब्दों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है जिससे हमें यह ज्ञात नहीं होता कि किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु की ओर बोध कराया जा रहा है।

इसके कुछ उदाहरण

१. विद्यालय के बाहर कोई खड़ा है।

२. मेरी आंख में कुछ पड़ा है।

३. उस पथ पर कोई जा रहा है।

४. बिस्तर पर कुछ पड़ा हुआ है।

अनिश्चयवाचक की पहचान कैसे होती है

जब भी बोलने वाला व्यक्ति अपने संकट को लेकर अनिश्चित अवस्था में दिखाई दे तो आप उस वाक्य में आसानी से समझ सकते हैं कि अनिश्चयवाचक का प्रयोग किया गया है। ऊपर दिए गए सभी उदाहरण को पढ़ें इसमें आपको यही समानता नजर आएगी कि तभी मैं बोलने वाला व्यक्ति अपने संकेत को लेकर निश्चित नहीं है और उसे नहीं पता कि वास्तव में क्या हो रहा है।

अगर आपको इस विषय पर और गहराई से अध्ययन करना है तो इस लेख को पढ़ें – अनिश्चयवाचक सर्वनाम

 

संबंधवाचक सर्वनाम

परिभाषा:- परस्पर एक दूसरी बात का संबंध बताने के लिए जिन सर्वनाम का प्रयोग होता है उन्हें हम संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं। 

इसके कुछ उदाहरण

१. जो विद्यार्थी लगन के साथ पढ़ेगा वह एक दिन महान व्यक्ति जरूर बनेगा।

२. तुम जैसा करोगे वैसा भरोगे

३. जो पहले पेड़ लगाएगा वह इनाम का हकदार होगा।

४. जिसकी लाठी उसकी भैंस।

५. मैं जैसा कहूंगा वैसा ही तुम करोगे।

संबंधवाचक की पहचान कैसे होती है

इसमें हमेशा दो शब्दों का इस्तेमाल होता है और वह दोनों सब आपस में एक दूसरे को ऊपर आश्रित रहते हैं जिससे वाक्य पूरा हो पाता है, जब भी आपको ऐसी कोई अवस्था नजर आए तो आप आसानी से समझ सकते हैं कि वहां पर संबंधवाचक का प्रयोग हुआ है।

अगर आपको संबंधवाचक के विषय में और गहराई से अध्ययन करना है तो यह लेख पढ़ें – संबंधवाचक सर्वनाम

 

प्रश्नवाचक सर्वनाम

परिभाषा:- जो सर्वनाम संज्ञा शब्दों के स्थान पर तो आते ही हैं किंतु वाक्य को प्रश्नवाचक भी बनाते हैं वह प्रश्नवाचक सर्वनाम होते हैं।

इसके कुछ उदाहरण

१. तुम सब विद्यार्थी यहां क्या कर रहे हो?

२. मुझे समझ नहीं आ रहा कि अब क्या करना चाहिए?

३. तुम कौन सी पुस्तक पढ़ रहे हो?

४. तुम यह क्या बात कर रहे हो?

५. क्या यह बोलना जरूरी है?

६. वहां छत पर कौन खड़ा है?

७. वह क्या बोले जा रहा है?

प्रश्नवाचक की पहचान कैसे होती है

इसका पहचान करना सबसे सरल है क्योंकि इसमें बस आपको यह पता लगाना होता है कि वाक्य के अंत में प्रश्न वाचक चिन्ह आ रहा है की नहीं, कई बार ऐसा होता है कि परीक्षा में आपको यह चिन्ह ना नजर आए तो भी आप क्या, क्यों और अन्य प्रश्नवाचक शब्दों की मदद से समझ सकते हैं कि वहां पर किस सर्वनाम का प्रयोग हुआ है।

इस विषय पर विस्तार से जानकारी हमने इस लेख में दी है – प्रश्नवाचक सर्वनाम

 

निजवाचक सर्वनाम

परिभाषा:- जिस वाक्य में अपने लिए ‘आप’, ‘अपना’ तथा ‘अपने आप’ शब्दों का प्रयोग हो वहां पर निजवाचक सर्वनाम होता है। 

इसके कुछ उदाहरण

१. मैं अपना काम खुद कर सकता हूं।

२. तुम अपना ध्यान पुस्तक में लगाओ तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

३. मैं अपने आप कश्मीर चला जाऊंगा।

४. वह अपना ध्यान अच्छी पुस्तकों में लगाता है।

५. तुम अपना कर्म करो और बाकी ईश्वर पर छोड़ दो।

निजवाचक की पहचान कैसे होती है

इसकी पहचान भी इसकी परिभाषा की तरह बिल्कुल सरल है मतलब कि अगर आपको यह तीन शब्द वाक्य में नजर आए ( ‘आप’, ‘अपना’ तथा ‘अपने आप’ ) तो आप को पहचानने में कठिनाई नहीं होनी चाहिए कि वहां पर निजवाचक का प्रयोग हुआ है।

निजवाचक सर्वनाम

 

यह भी पढ़ें

संज्ञा की परिभाषा, भेद, और उदाहरण

व्यक्तिवाचक संज्ञा

भाववाचक संज्ञा

जातिवाचक संज्ञा

 

निष्कर्ष

आज के लेख में हमने सीखा कि सर्वनाम क्या होता है, इसकी परिभाषा क्या होती है जिसमें हमने पढ़ा की संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द को सर्वनाम कहते हैं। इसके बाद हमने या जाना कि इस के 6 भेद होते हैं जिनके नाम है पुरुषवाचक, निश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, निजवाचक, प्रश्नवाचक और संबंधवाचक।

इसके सभी प्रकारों को हमने विस्तार से बड़ा तथा यह समझा कि सबकी परिभाषा क्या है और उन सबके बहुत सारे उदाहरण भी पड़े जिससे हमें यह समझ में आया की सभी प्रकारों में अंतर क्या है और वह किस तरीके से वाक्य में प्रयोग होते हैं।

अगर आप अपनी तरफ से और उदाहरण जोड़ना चाहते हैं तो आपने जो कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं हम कोशिश करेंगे कि इस लेख में उन्हें जोड़ें। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो अपने सहपाठियों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन विद्यार्थियों का भी मनोमंजन हो।

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