आए महंत वसंत एक कविता है जिसकी रचना सर्वेश्वर दयाल सक्सेना द्वारा की गई है। इस पंक्ति में कौन सा अलंकार मौजूद है इसका ज्ञान हम आज के लेख में प्राप्त करेंगे।
इसकी शुरुआती पंक्ति है मखमल के झूल पड़े हाथी-सा टीला…. और अंतिम पंक्ति है तरु तरु की ध्वजा उठी जय जय का है न अंत आए महंत वसंत। इस कविता के माध्यम से कवि ने वसंत के आगमन को बहुत खूबसूरत तरीके से प्रस्तुत किया है। और ऐसा दिखाया है मानो जैसे किसी महंत के आने पर तैयारी की जाती है उसी प्रकार बसंत के आने पर प्रकृति करती है।
आए महंत वसंत में कौन सा अलंकार है
उत्तर :- इसमें मानवीकरण अलंकार का प्रयोग किया गया है
जैसा कि आप इस कविता में देख सकते हैं कि कवि ने वसंत तथा प्रकृति को इस तरीके से दिखाया है जैसे कि वह मानव ही हो और वह ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जो मानव करते हैं महंत के स्वागत में। यहां पर भी वसंत को महंत के द्वारा दिखाया गया है और प्रकृति को अन्य मनुष्य की तरह जो वसंत के आने पर महोत्सव मना रहे हैं और तैयारी कर रहे हैं। एवं इस प्रकार से व्यवहार कर रहे हैं जैसे कि मानव करते हैं।
इसलिए यहां पर मानवीकरण अलंकार का प्रयोग किया गया है।
मानवीकरण अलंकार क्या होता है?
किसी भी काव्य में जब चेतन-अचेतन अवस्था का संबंध मनुष्य से जोड़ कर दिखाया जाए तो वहां पर मानवीकरण अलंकार का प्रयोग होता है, अगर काव्य में दर्शाए गए क्रियाकलापों को भी अगर मनुष्य के व्यवहार से जोड़ा जाए तो भी वहां पर मानवीकरण का प्रयोग होता है।
मानवीकरण अलंकार के अन्य उदाहरण
१. मेघ आए बड़े बन-ठन के सवर के।
इस उदाहरण में आप देख सकते हैं कि मेघ अर्थात बादल को मानव की तरह दिखाया गया है जो बन ठन के आया है। अगर वास्तव में देखा जाए तो ऐसा संभव नहीं है यह सिर्फ एक मानव कल्पना है कि बादल बन ठन कर आया है। परंतु जिस कवि की यह रचना है वह इसके माध्यम से हमें बताना चाहता है कि बादल को उसने मानव की तरह व्यवहार करते हुए अपनी कल्पना में पाया है। और इसी कारण यहां पर मानवीकरण अलंकार का प्रयोग हुआ है।
२. हंस रही सखियां मटर खड़ी।
इस उदाहरण में भी मटर को मानवीय व्यवहार करते हुए दिखाया गया है तथा मानव के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यहां पर कवि की कल्पना में मटर सखियां अर्थात स्त्रियों का रूप धर के हंस रही हैं।
वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है परंतु यह एक कल्पना मात्र है
जिसमें मटर के पेड़ को मानवीय व्यवहार अर्थात सखियों जैसा व्यवहार करते हुए दिखाया गया है
और इसलिए यहां पर भी मानवीकरण अलंकार का प्रयोग हुआ है।
आशा है आपको यह अलंकार समझ में आ गया होगा।
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व्याकरण
निष्कर्ष
आशा है आपको इस लेख के माध्यम से आए महंत वसंत कविता में कौन सा अलंकार प्रयुक्त है का ज्ञान प्राप्त हुआ होगा और आपको आपके प्रश्नों के उत्तर मिले होंगे। अगर ऐसा है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए और अगर आपके मन में अभी भी कोई अलंकार या फिर किसी अन्य कविता से जुड़े सवाल मौजूद है तो उन्हें भी कमेंट में जरूर लिखिए हम उसका उत्तर जरूर देने का प्रयास करेंगे।